तुझसे मिला क़रीब से बेहद ख़ुशी हुई
और गुफ्तगू से क़ल्ब को तसकीन भी हुई |
गुफ्तगू- बातचीत, क़ल्ब- दिल, तसकीन- आनंद
तेरा जमाल चाँद है देता है चाँदनी
तू रात जिस जगह पे गया रौशनी हुई |
जमाल- रूप
एक बेहतरीन शख़्स है तू हर लेहाज़ से
हूँ ख़ुशनसीब तुझसे मेरी दोस्ती हुई |
लेहाज़- प्रकार
पढकर तेरी ग़ज़ल मुतास्सिर बहुत हुआ
दिलमें तमन्ना तुझसे मुलाक़ात की हुई |
मुतास्सिर- प्रभावित
आमद से तेरी ख़ूब मसर्रत हुई मुझे
लगता है कामयाब मेरी ज़िंदगी हुई |
आमद- पधारना, मसर्रत- ख़ुशी
जो बात पुर ख़ुलूस तेरे साथ हो सकी
दोनों के बीच प्यार के जज़्बात की हुई |
पुर ख़ुलूस - खुलकर
परवाज़ पास आगये सब ठीक हो गया
पर तंहा घूमने में परेशानी सी हुई |
परवाज़ - शायर का नाम ( यानि "तख़ल्लुस")
تجھ سے ملا قریب سے بے حد خوشی ہوئ
اور گفتگو سے قلب کو تسکین بھی ہوئ
تیرا جمال چاند ہے دیتا ہے چاندنی
تُو رات جس جکہ پہ گیا روشنی ہوئ
اک بہترین شخص ہے تُو ہر لحاظ سے
ہوں خوش نصیب تجھ سے مری دوستی ہوی
پڑھ کر تری غزل متاثر بہت ہوا
دل میں تمنا تجھسے ملاقات کی ہوئ
آمد سے تیری خوب مسرت ہوئ مجھے
لگتا ہے کامیاب مری زندگی ہوئ
جو بات پر خلوص ترے ساتھ ہو سکی
دونوں کے بیچ پیار کے جذبات کی ہوئ
پرواز پاس آ گیے سب ٹھیک ہو گیا
پر تنہا گھومنے میں پریشانی سی ہوئ
By Mujeeb Parwaaz